राष्ट्रीय पक्षी मोर की बेरहमी से हत्या: हरदोई जिले के बारेपुर गांव में हैरान करने वाली घटना
अनुरीत टाइम्स।हरदोई
उत्तर प्रदेश के हरदोई जनपद के थाना सुरसा क्षेत्र के ग्राम बारेपुर में राष्ट्रीय पक्षी मोर की बेरहमी से हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। ग्राम निवासी श्रीमती कुंती पत्नी रामराज द्वारा की गई शिकायत के अनुसार, यह घटना 7 जुलाई 2025 को लगभग शाम 4 बजे की है।
शिकायत में कहा गया है कि राजकुमार पुत्र संतराम, शिवदर्शन पुत्र संतराम तथा रानी पुत्री रामशंकर समेत अन्य कुछ लोगों ने उनके आंगन में खेल रहे एक मोर को पकड़ लिया, उसके पंख उखाड़े और फिर उसकी गर्दन दबाकर उसे मार डाला।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यह पूरी घटना कुछ लोगों द्वारा मोबाइल कैमरे में कैद भी की गई है। कुंती देवी के अनुसार, मोर की हत्या की तस्वीरें कुछ ग्रामीणों के पास मौजूद हैं, जो इस क्रूरता की पुष्टि करती हैं।
राष्ट्रीय पक्षी की हत्या: गंभीर अपराध
भारत में मोर को न केवल राष्ट्रीय पक्षी का दर्जा प्राप्त है, बल्कि यह वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची-I के अंतर्गत संरक्षित प्राणी है। इसका शिकार करना कानूनन गंभीर अपराध है और दोषी पाए जाने पर सात साल तक की सजा और जुर्माना दोनों का प्रावधान है।
प्रशासन की चुप्पी पर उठे सवाल
अब तक स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई स्पष्ट कार्रवाई की सूचना नहीं मिली है। ग्रामीणों में इस क्रूर कृत्य को लेकर रोष व्याप्त है। सामाजिक संगठनों और वन्यजीव संरक्षणकर्ताओं ने इस घटना को राष्ट्रीय स्तर पर उठाने की मांग की है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
वन्यजीव विशेषज्ञों का कहना है कि मोर न केवल सौंदर्य और सांस्कृतिक प्रतीक है, बल्कि पारिस्थितिकी तंत्र में भी इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है। “ऐसी घटनाएं देश की छवि को धूमिल करती हैं और साथ ही यह दर्शाती हैं कि कानून का डर अब भी कुछ लोगों में नहीं है,” – एक वन अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया।
जनता की मांग: हो कड़ी कार्रवाई -
सोशल मीडिया पर यह मामला तेजी से वायरल हो रहा है और लोग आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इस मामले ने पूरे प्रदेश में जनभावना को झकझोर कर रख दिया है।
यह खबर देश की गरिमा से जुड़ी है — जब राष्ट्रीय प्रतीक ही सुरक्षित नहीं, तो सवाल उठना स्वाभाविक है।


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